साहब बच्चों को पढ़ने के लिए नई ईमारत बनवा दो - अभी सड़क, सभागृह नहीं भी मिला, तो भी चला लेंगे हम - जिप स्कूल गणखैरा के अभिभावक व ग्रामीणों ने लगाई प्रशासन से गुहार लोकशाही एक्सप्रेस गोंदिया

        लोकशाही एक्सप्रेस गोंदिया 
विद्यार्थियों का भविष्य उज्वल करना हो तो शिक्षा जरूरी है। शिक्षा ग्रहण करना है तो स्कूल ईमारत आवश्यक है। लेकिन तिरोडा विधान सभा क्षेत्र की अनेक  जिला परिषद स्कूलों की हालत इतनी खस्ताहाल हो गई कि पढ़ने के लिए विद्यार्थियों को अन्य ईमारतों का सहारा लेना पड़ रहा है। तिरोडा विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत गोरेगांव तहसील के गणखैरा ग्राम में संचालित जिला परिषद स्कूल की तीन कक्षाएं पूर्ण रूप से जीर्ण अवस्था में पहुंच चुकी है। वहां के अभिभावक व नागरिकों का कहना है कि अभी हमे सड़क, सभागृह तथा अन्य काम नहीं भी दिए तो चला लेंगे, लेकिन विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए शाला की ईमारत बनवा दो। इस तरह की गुहार ग्रामवासियों ने जनप्रतिनिधि के साथ प्रशासन से लगाई है। विशेष उल्लेखनीय यह है कि यह यह स्कूल तिरोडा विधानसभा क्षेत्र के विधायक विजय रहांगडाले के क्षेत्र में आती है। क्षेत्रवासियों का कहना है उन्हें लगातार तीन बार विधायक के रूप में चुनकर दिए है। लेकिन अनेक स्कूलों में भौतिक सुविधा नहीं होने से स्कूलों में शिक्षा का माहौल नहीं बन रहा है। रोड, रस्ते,सभागृह के अलावा शिक्षा पर भी ध्यान दिया जाए तो शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा।
बता दें कि गणखैरा यह ग्राम तिरोड़ा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आता है। इस ग्राम में जिला परिषद की कक्षा सातवीं तक शाला है, जहां पर 150 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे है। शाला की ईमारत जीर्ण होने से ईमारत की तीन कक्षाएं पूर्ण रूप से जीर्ण होकर कभी भी गिर सकती है, जिसे देखते हुए स्कूल प्रबंधन समिति ने वहां के विद्यार्थियों को दुसरी ईमारत के छप्पर में बिठाने की व्यवस्था की है। जहां पर उन्हे शिक्षा का माहौल नहीं बन पा रहा है। नई कक्षाएं तैयार करने के लिए ग्राम पंचायत, जिला प्रशासन को अवगत कराया गया है। बावजूद अभी तक नई कक्षाओं का निर्माण नहीं किया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि विधायक तथा जनप्रतिनिधियों द्वारा सड़क, नाली, सभागृह जैसे आदि कामों पर अधिक ध्यान देकर उन्हे मंजूर कराया जा रहा है, लेकिन जिस ईमारत से विद्यार्थियों का भविष्य बनता है उस ईमारत निर्माण के लिए प्रयास नहीं किया जाता है। जिसे देखते हुए ग्रामीणों ने गुहार लगाई कि साहब हमे सड़क सभागृह जैसे विकास कार्य अभी नहीं भी मिले तो अभी हम चला लेंगे, लेकिन  उसके पहले विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए स्कूल की ईमारत बनवा दो। 
       सरपंच का यह है कहना 
जीर्ण स्कूल की जानकारी दी गई है 
जिला परिषद स्कूल की जीर्ण कक्षाओं की जानकारी देकर नई ईमारत निर्माण के लिए जिला प्रशासन को ग्राम पंचायत की ओर से पत्र देकर जनप्रतिनिधियों को भी अवगत कराया गया है। ग्राम पंचायत प्रशासन की ओर से वित्त आयोग निधी से जीर्ण कक्षाओं की छत तथा रिपेरिंग का काम किया गया है। आर्थिक वर्ष 2025-26 में भी रिपेरिंग कराने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया है।
 अनुराग सरोजकर, सरपंच, ग्रापं गणखैरा