आदिवासी समाज की मांग: बंजारा, धनगर व गोवारी समुदाय को आदिवासी में शामिल न करें लोकशाही एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क गोरेगांव

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हैदराबाद गैजेट का हवाला देते हुए बंजारा समाज आदिवासी जनजाति में शामिल करने की मांग कर रहा है। वहीं धनगर व गोवारी जाती आदिवासी में शामिल करने के लिए प्रयास कर रही है। इन सभी जातियों को अनुसुचित जनजाती का आरक्षण न दिया जाए, इस मांग को लेकर गुरूवार 25 सितम्बर को गोरेगांव में आदिवासी कृति समिती के नेतृत्व में बाईक रैली निकालकर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया है। इस दौरान गोरेगांव तहसील के बड़ी संख्या आदिवासी समुदाय उपस्थित था।
बता दे कि, अब इन दिनों आरक्षण लाभ लेने के लिए विभिन्न जातियों के संगठनों द्वारा आंदोलन की भूमिका अपना रहे है। अब तो बंजारा समाज ने आंदोलन छेड़ दिया है कि, अनुसुचित जनजाती में बंजारा समाज को शामिल किया जाएं, उनकी मांग है कि, हैदराबाद गैजेट के अनुसार आदिवासी का आरक्षण का लाभ मिलना चािहए। इतना ही नहीं तो धनगर और गोवारी समाज ने भी अनुसुचित जनजाती में शामिल होने के लिए आंदोलन की भूमिका अपनाई है, जिसे देखते हुए आदिवासी समाज ने इन सभी जातियों की मांगाे का विरोध किया है। आदिवासी कृति समिति के माध्यम से गांव-गांव में जाकर बंजारा, धनगर और गोवारी समाज को आदिवासी में शामिल न करें इस संदर्भ में जनजागृति कि जा रही है। गोरेगांव तहसील के आदिवासी समुदायों ने आदिवासी कृति समिति के नेतृत्व में बाईक रैली निकालकर 10 मांगो का ज्ञापन तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री फडणवीस के नाम सौंपा गया है। मंागों में कहा गया है कि, राष्ट्रपति आदेश 1950 की अनुसुचित जनजाति की सूची में बंजारा, धनगर, गोवारी जाति काे शामिल न करें, आदिवासियों की खेती तथा जमीन किराए पर ना दे, ब्रििटश, हैदराबाद गैजेट में उल्लेखित जातियो काे आदिवासी का दर्जा न दे। गोंदिया जिले में आदिवासी सांस्कृतिक भवन तथा छात्रावास के लिए भूमि उपलब्ध करने, गोरेगांव में नए छात्रावास का निर्माण करने, गोंदिया जिले को पेशा अधिनियमम लागु करने इस तरह 10 मांगो का समावेश है। ज्ञापन सौंपते समय बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय उपस्थित था।