गोंदिया : लोकशाही एक्सप्रेस न्यूज
राज्य सरकार द्वारा मराठा समाज को कुणबी प्रमाणपत्र देने के लिए हैदराबाद गॅजेटीयर से जारी किया गया जीआर रद्द किया जाए आदि मांगों को लेकर सकल ओबीसी समाज की ओर से रविवार 21 सितंबर को गोंदिया शहर में जनाक्रोश मोर्चा निकाला गया। मोर्चा इतना विशाल था कि गोंदिया जिले के इतिहास में ओबीसी का मोर्चा इससे पहले इतना बड़ा नहीं हुआ था। लगभग 10 हजार से अधिक ओबीसी समुदाय सड़क पर उतर आया था, जिससे कुछ देर तक शहर की यातायात प्रभावित हो गई थी।
बता दें कि ओबीसी प्रवर्ग के कोटे से मराठा समाज को कुणबी जाती का प्रमाणपत्र देकर आरक्षण का लाभ दिया जाए इस मांग को लेकर मराठा समाज द्वारा पिछले कई महिनों से आंदोलन किया जा रहा है। राज्य सरकार ने हैदराबाद गॅजेटीयर के तहत मराठा समाज को कुणबी प्रमाणपत्र देकर ओबीसी का आरक्षण दिया जाएगा। इस तरह का जीआर निकाला है। जीआर जारी होते ही ओबीसी समाज द्वारा इस निर्णय का तीव्र निषेध किया जा रहा है। मांग है कि ओबीसी प्रवर्ग से मराठा समाज को आरक्षण ना दें तथा निकाला गया जीआर रद्द करें। इस मांग को लेकर समुदाय की ओर से आंदोलन की भूमिका अपनाई गई। इस मांग को लेकर गोंदिया में रविवार 21 सितंबर को सकल ओबीसी समाज द्वारा विशाल जनाक्रोश मोर्चा निकालकर शासन के निर्णय का निषेध किया। मोर्चा इतना विशाल था कि लगभग दो किलोमीटर तक लंबी माेर्चे की कतार दिखाई दी। बताया जा रहा है कि इस मोर्चे में जिले के 10 हजार से अधिक ओबीसी समाज शामिल हुआ था, विशाल मोर्चा होने से कुछ देर तक शहर का यातायात प्रभावित हो गया था। पुलिस प्रशासन का कड़ा बंदोबस्त देखा गया। विशेष उल्लेखनीय यह है कि जिले के सभी वर्तमान विधायकों ने इस जनाक्रोश मोर्चे को अपना समर्थन जारी कर आंदोलन स्थल पर आंदोलनकारियों से मुलाकात कर मोर्चे को संबोधित भी किया।
गोंदिया के इतिहास में प्रथम बार
विभिन्न प्रलंबित मांगों को लेकर ओबीसी समाज द्वारा अब तक गोंदिया शहर में आंदोलन किए गए है, लेकिन रविवार 21 सितंबर को सकल ओबीसी समाज द्वारा जनाक्रोश मोर्चा निकाला गया। इस मोर्चे में जिले के कोने-कोने से महिला पुरूष शामिल होकर सड़क पर उतर आए। मोर्चा इतना विशाल था कि मोर्चे में 10 हजार से अधिक जनमुदाय दिखाई दिया। बताया जा रहा है कि आज तक जितने भी ओबीसी संबंधित मांगों के लिए मोर्चे निकाले गए, लेकिन इतना बड़ा मोर्चो इसके पूर्व कभी नहीं देखा गया।