मुफ्त में मिलने वाली रेती लाभार्थियों के लिए पड़ रही महंगी - 5 के बजाए मिल रही 2 ब्रास रेती, 85 किलोमीटर का अंतर करना पड़ रहा पार लोकशाही एक्सप्रेस गोरेगांव

       लोकशाही एक्सप्रेस गोरेगांव 
गोरेगांव तहसील के लाभार्थियों को मुफ्त में 5 ब्रास रेती दी जा रही है। लेकिन आवास योजना के लाभार्थियों का कहना है कि 5 के बजाय दो ब्रास ही रेती उपलब्ध की जा रही है और यह रेती गोरेगांव मुख्यालय से 40 किलोमीटर से अधिक अंतर पर स्थित किन्ही रेती घाट से उपलब्ध की जा रही है। इस प्रकार कुल 85 किलोमीटर से अधिक का आना-जाना होता है, जो रेती उपलब्ध हो रही है वह मिट्टी मिश्रित रेती है, जिससे घरकुल का प्लास्टर नहीं किया जा सकता। वहीं दो ब्रास रेती के लिए 6500 रूपए से अधिक का परिवहन भाडा देना पड़ रहा है। जिससे यह मुफ्त की रेती घरकुल लाभार्थियों के लिए महंगी साबित हो रही है। जिस वजह से अनेक लाभार्थी इस योजना से दूर भाग रहे है। 
बता दें कि केंद्र व राज्य सरकार की ओर से जरूरतमंदों को आवास योजना का लाभ दिया जा रहा है। लेकिन रेती के अभाव में अधिकांश लाभार्थियों के आवास निर्माण अधर में ही अटक रहे है। जिसे देखते हुए शासन ने घरकुल लाभार्थियों के लिए नि:शुल्क रेत वितरण की योजना आरंभ की है। इस योजना के तहत 1 लाभार्थी को मुफ्त में 5 ब्रास रेती देने का प्रावधान है। इस योजना का लाभ लेने के लिए गोरेगांव तहसील के सैकडांे लाभार्थियों ने गोरेगांव तहसील कार्यालय में पंजीयन किया है। लेकिन जब लाभार्थी रेती लाने के लिए मंजूरी लेते है, ताे उन्हे गोरेगांव मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर किन्ही रेती घाट की पर्ची दी जा रही है। जब लाभार्थी रेती घाट से रेती लाने के लिए परिवहन की व्यवस्था करते है तो उन्हे परिवहन का भाडा 6500 से लेकर 7000 रूपए तक बताया जाता है। जबकि दो ब्रास रेती बाजार में 6 हजार रूपए तक मिल रही है। जिसे देखते हुए लाभार्थी इस योजना का लाभ लेना नहीं चाह रहे है। कहना है कि एक तो मिट्टी मिश्रित रेती मिल रही है और वह भी महंगी पड़ रही है। 
तहसील स्तर पर डिपो निर्माण की मांग
लाभार्थियों का कहना है कि गोरेगांव तहसील में रेती घाट नहीं है। गोंदिया, तिरोड़ा या सड़क अर्जुनी तहसील के रेती घाटों से रेती लाना लाभार्थियों के लिए महंगा साबित हो रहा है। तहसीलवासियों को रेती उपलब्ध कराने के लिए इस योजना के तहत तहसील स्तर पर ही रेती डिपो निर्माण करना चाहिए, तब ही इस योजना का लाभ लाभार्थियों को सही मायने में मिलेगा। 
     5 के बजाय मिल रही दो ब्रास 
शासन की योजना यह है कि लाभार्थियों को 5 ब्रास रेती मुफ्त में दी जाए, लेकिन 5 ब्रास के बजाय दो ब्रास ही लाभार्थियों को मिल रही है। लाभार्थियों का कहना है कि 5 ब्रास रेती मिलेगी, लेकिन पहले दो ब्रास उसके बाद तीन ब्रास मिलेगी। दो चरण में मिलने वाली मुफ्त की रेती लाभार्थियों के लिए महंगी साबित हो रही है।