भारी बारिश में भी एनएचएम कर्मी डटे रहे हड़ताल पर* - *स्वास्थ्य सेवा प्रभावित, फिर भी शासन नहीं ले रहा निर्णय*


राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा पद्धती पर स्वास्थ्य सेवा दे रहे कर्मचारियों की पिछले 9 दिनों से गोंदिया जिला परिषद कार्यालय के सामने हड़ताल जारी है। जिले में गुरूवार 28 अगस्त को जोरदार बारिश आयी। लेकिन इस बारिश ने भी हड़ताली कर्मचारी अपनी मांग को लेकर डटे रहे। इस हड़ताल से स्वास्थ्य विभाग  स्वास्थ्य सेवा चरमरा गई है। इसके बावजूद भी शासन इस ओर अनदेखी कर हड़ताली कर्मियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।


हड़ताल की वजह राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत कर्मचारियों ने  बताया कि 14 मार्च 2024  को शासन ने निर्णय लिया था कि स्वास्थ्य मिशन में 10 साल से सेवा दे चुके कर्मचारियों को सरकारी सेवा में चरणबद्ध प्रक्रिया के तहत लिया जाएगा। लेकिन शाासन निर्णय को डेढ़ साल का समय बीत गया, बावजूद निर्णय को अमल में लाया नहीं जा रहा है। जिस वजह से एनएचएम कर्मियों में शासन के खिलाफ तीव्र नाराजगी देखी जा रही है। मांग है कि शासन निर्णय के तहत कर्मियों को सरकारी सेवा में लेने, 10 साल से कम सेवारत कर्मचारियों के वेतन संरक्षण, भविष्य निधी लाभ, 15 प्रतिशत वेतन वृद्धि, स्थानांतरण निधी, कर्मचारी की मृत्यु होने पर परिवार को अनुग्रह अनुदान, जब तक अन्य कर्मचारियों को सरकारी सेवा नहीं मिलती तब तक समान काम, समान वेतन लागू करने आदि मांगों का समावेश है। उपरोक्त मांगे मंजूर कराने के लिए एनएचएम कर्मियों ने 19 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इस हड़ताल से नियमित सेवा दे रही कर्मचारियों पर काम का बोझ बड़ गया है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उपकेंद्र में होने वाली प्रसुती का प्रमाण कम हो गया है। इतना ही नहीं तो बीपी, शुगर, ह्दयरोग जांच, कैंसर जांच, संक्रमण रोग, टीकाकरण, जननी शिशु योजना, गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण जैसे अनेक स्वास्थ्य सेवा प्रभावित हो गई है। जिसका खामियाजा सामान्य जनता को भुगतना पड़ रहा है।