मिशन आधार : जरूरतमंद आदिवासी विद्यार्थियों के लिए वरदान - शिक्षा में उड़ान भरने के लिए की जा रही आर्थिक मदद लोकशाही एक्सप्रेस गोंदिया

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शिक्षा के मुख्य प्रवाह में लाना और उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित कराना यह कार्य किसी बड़े मिशन से कम नहीं है। क्योकि शिक्षा सिर्फ एक व्यक्ति के जीवन को नहीं तो आने वाले पीढ़ियों को भी बदल देती है। गोंदिया जिले का ऐसा एक ग्रुप है, जिसका नाम मिशन आधार है। इस मिशन के तहत जरूरतमंद आदिवासी विद्यार्थियों को आर्थिक मदद कर उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित किया जा रहा है। अब तक इस मिशन के माध्यम से अनेकों को आशियाने मिल चुके है, वहीं अनेक आर्थिक परिस्थिती से जुझ रहे विद्यार्थियों को आर्थिक मदद कर उन्हे शिक्षा की उड़ान भराने में मदद की गई है। 
बता देें कि गोंदिया जिला अादिवासी बहुल व नक्सलग्रस्त जिला है। जिले में लाखों की संख्या में आदिवासी समुदाय निवास करता है। जिसमें अनेक होनहार विद्यार्थी है, लेकिन आर्थिक परिस्थिती मजबूत नहीं होने के कारण उन्हे उच्च शिक्षा से वंचित होना भी पड़ रहा है। यहां तक की ऐसे अनेक आदिवासी परिवार है, जिन्हे रहने के लिए आशियाने तक नहीं है। उपरोक्त परिस्थितियों को देखते हुए जरूरतमंद आदिवासीयों को शिक्षा में उंची उड़ान भराने तथा वंचित परिवारों को आशियानों का निर्माण कराने के लिए एकात्मिक आदिवासी विकास प्रकल्प देवरी के नियंत्रण में कार्यरत अधिकारी, कर्मचारी तथा आश्रम शालाओं के संस्थापक एवं समाजसेवियों ने एक ग्रुप तैयार किया है, उस ग्रुप का नाम मिशन आधार रखा गया है। इस मिशन के तहत जरूरतमंदों को आर्थिक मदद पहुंचाई जाती है। बताया गया है कि कोरोना काल में अनाथ हुए बालकों को आर्थिक मदद कर उनका भविष्य भी सुधारा गया है। हाल ही में आदिवासी समुदाय के सालेकसा तहसील के जमाकुडो निवासी अवंती गेंदलाल मडावी इस होनहार छात्रा को महाराष्ट्र लॉ युनिर्वसिटी नागपुर में कानून की शिक्षा पूर्ण करने के लिए प्रवेश मिला, लेकिन आर्थिक परिस्थिती कमजोर होने से कॉलेज की प्राथमिक प्रवेश फी नहीं भर पा रही थी। जिसे देखते हुए इस मिशन आधार के तहत उसे आर्थिक मदद कर कानूनी शिक्षा लेने के लिए प्रेरित किया गया। इसी प्रकार पिछले वर्ष भी कानूनी शिक्षा पुरी कराने के लिए दो छात्रों को आर्थिक मदद की गई। कोरोना काल में अनाथ हुए बालकों के नाम से फिक्स डिपॉजिट कर उनका भविष्य उज्वल कराया गया। सालेकसा तहसील में ऐसे भाई-बहन थे, जो भोजन भी नहीं बना पाते थे, ना ही निवास के लिए कोई घर था। जानकारी मिलते ही इस मिशन आधार के तहत एक मजबूत मकान का निर्माण कर दो वक्त के भोजन की सुविधा उपलब्ध कराई गई। इस प्रकार अनेक निराधार व जरूरतमंदों को मिशन आधार के तहत मदद पहुंचाई जा रही है। यह मिशन आधार जरूरतमंदों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।