पुजारी टोला प्रकल्प से छोड़ा गया पानी बीच में ही हो गया चोरी तो नदी, नालों ने भी बुझाई प्यास - गोंदिया के 23 हजार लाभार्थी परिवारों पर जलसंकटलोकशाही एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क गोंदिया

लोकशाही एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क गोंदिया  
गोंदिया, कुड़वा व कटंगी ग्रामवासियों को जलापूर्ति के लिए पुजारीटोला प्रकल्प से पानी छोड़ा गया, लेकिन बीच में ही पानी की चोरी हो गई तो सूखे पड़ी नदी व नालों ने अपनी प्यास बुझाई। जिस कारण वैनगंगा नदी में पानी नहीं पहुंच पाया। जिसका असर गोंदिया, कुडवा व कटंगी के लगभग 23 हजार लाभार्थी परिवारों पर जलसंकट आन पड़ा है। यदि इसी तरह की स्थिती बनी रही तो जलसंकट की समस्या गंभीर हो जाएगी। 
बता दें कि महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण की ओर से गोंदिया, कुडवा व कटंगी ग्रामवासियों को जलापूर्ति की जाती है। विभाग की ओर से जानकारी दी गई कि लगभग 23 हजार लाभार्थियों को प्रतिदिन 15 लाख दलघमी लिटर की आवश्यकता होती है। लेकिन वैनगंगा नदी का जल सूख जाने से गोंदियावासियों को एक दिन के बाद जलापूर्ति की जाती है, लेकिन समस्या गंभीर होने से निर्णय लिया गया कि 80 किलोमीटर दूरी पर स्थित पुजारीटोला प्रकल्प से पानी की निकासी कर वैनगंगा नदी में छोड़ा जाए। जिसे मंजूरी मिलते ही 5 दलघमी पानी पुजारीटोला प्रकल्प से कैनल के माध्यम से छोड़ा गया। लेकिन बीच में ही पानी की चोरी हो गई, वहीं नदी व कैनल सूख जाने से वैनगंगा नदी में पानी-पानी पहुंचते-पहुंचते कैनल व नदी ने पानी को सोख लिया। यहीं एक वजह है कि जिस वैनगंगा नदी के जिस स्थान पर पानी संग्रहित करना था, उस स्थान तक पानी पहुंच ही नहीं पाया। बताया गया है कि कैनल से छोड़ा गया पानी रबी के फसलों के लिए पंपों के माध्यम से पानी की अवैध रूप से निकासी की गई। यह भी एक कारण है कि पानी निर्धारित स्थान पर नहीं पहुंच पाया। यदि इसी तरह की परिस्थिती बनी रही तो आगामी 3 से 4 दिनों में जलसंकट की गंभीर समस्या निर्माण हो जाएगी। जिसका असर 23 हजार लाभार्थियों के परिवारों पर दिखाई दे रहा है।